भारत सरकार का रेल बजट - 2016-17.

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25 फरवरी 2016 को, भारत सरकार के रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु द्वारा संसद में पेश रेल बजट की उल्लेखनीय खूबियां -

2020 तक गाडियों में आरक्षित सुविधाएं मांग पर उपलब्ध होना, माल गाडियां समय सारणी के मुताबिक चलाना, संरक्षा रिकार्ड में सुधार लाने केलिए अत्याधुनिक प्रौद्योगी का उपयोग, बिना चौकीदारवाले समपारों को समाप्त करना, उन्नत  समयपालन, मालगाडियों की उच्चतर औसत गति, सेमी स्पीड ट्रेनें जो स्वर्णिम चतुर्भुज पर चलें और मानव अपशिष्ट का जीरो डायरेक्ट डिस्चार्ज - 2016-17 के रेल बजट का विजन होगा ।

उल्लेखनीय विशेषताएं-

  • रेल किराये में बजट से कोई फर्क नहीं पडेगी।
  • राज्य सरकारों के सहयोग से 44 नई सझेदारियं ।
  • 2500 पेयजल मशीनों की स्थापना, 17000 जैव शौचालयों  की व्यवस्था ।
  • शुरू की गयी 100 स्टेशनों के अलावा 400 स्टेशनों में वाई-फाई की सेवा शुरू की जाएगी।
  • चौकीदारवाले 350 समपार  बंद किये जाएंगे और आगे 1000 समपार बंद किये जाएंगे।
  • वडोदरा में एक रेल विश्वविद्यालय की स्थापना ।
  • यात्रा की गुणवत्ता में सुधार केलिए अनारक्षित यात्रियों केलिए अंत्योदय एक्सप्रेस सेवा, दीन दयालु सवारी डब्बे ।
  • हमसफर- पूर्णतया वातानुकूलित 3 एसी सेवा ।
  • तेजस- 130 कि.मी. प्रति घंटा और उससे ज्यादा गति पर  चालित सेवा ।
  • उदय- सब से व्यस्त मार्गों पर रात्रिकालीन डबल-डेकर, उत्कृष्ट डबल डेकर एयर कंडीशन्ड यात्री एक्सप्रेस ।
  • जननी सेवा- जिस में गाडियों में बच्चों केलिए खान-पान के पदार्थ, शिशु आहार, गरम दूध, और गरम पानी उपलब्ध होगा ।
  • बुज़ुर्गों केलिए निचले बर्थ में 50 प्रतिशत आरक्षण।
  • स्त्री सुरक्षा केलिए कई कार्यक्रम।
  • कोचों में जी.पी.एस की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
  • मेकिंग इंटिया के तहत दो इंजिन कारखानों की स्थापना। 
  • 2800 कि.मी. नई रेल बिछाई जाएगी।
  • धार्मिक महत्व के क्षेत्रों पर यात्रियों की सुविधाओं की व्यवस्था और स्टेशनों के सौन्दर्यकरण कार्य शुरु होगा।  इस योजना के तहत केरल में चेङन्नूर स्टेशन शामिल है। 
  • तीर्थ स्थानों को जोडने केलिए आस्था सर्कीट गाडियाँ चलायी जाएँगी।  शबरिमला के तीर्थाटकों केलिए ज्यादा सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी।
  • तिरुवनन्तपुरम में उपनगरीय गलियारे का प्रस्ताव। तिरुवनन्तपुरम से रेल से दिल्ली जाने के समय की अवधि में आठ घण्टों की कमी की जाएगी।
  • केरल केलिए नयी गाडियों का कोई प्रावधान नहीं। 

एम.एस.आर

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