केरल : स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव परीणाम
कांग्रेस और संयुक्त मोर्चे को बड़ा भारी नुक्सान, माकपा और वाम मोर्चे की शानदार जीत, भाजपा की अप्रत्याशित बढ़त ।
परिसीमन के बाद कुल 1200 स्थानीय निकायों में 941 ग्राम पंचायत, 152 खंड पंचायत, 14 जिला पंचायत, 87 नगर पालिकायें और 6 नगर निगम शामिल है । इन में कुल 21865 जगहों में वाम मोर्चे को 10350, संयुक्त मोर्चे को 8850 और भाजपा को 1244 जगहें मिल गयी । 2010 के चुनाव में परिसीमन के पहले कुल जगहों की संख्या 21648 थी और वाम मोर्चा, संयुक्त मोर्चा और भाजपा ने क्रमश : 8528, 11204 और 480 जगहें जीत ली थी । 2015 के चुनाव में 1200 स्थानीय निकायों में वाम मोर्चा ने कुल 693, संयुक्त मोर्चा ने 480 और भाजपा ने 16 स्थानीय निकायों में जीत हासिल की जो क्रमश : 57.75, 40 तथा 14 प्रतिशत है।
14 जिला पंचायतों में 7 वाम मोर्चे के साथ और 7 संयुक्त मोर्चे के साथ हैं । तिरुवनन्तपुरम, कोल्लम, आलप्पुष़ा, तृश्शूर, पालक्काट, कोष़िक्कोट और कण्णूर वाम मोर्चे के साथ हैं जबकि पत्तनंतिट्टा, इटुक्की, कोट्टयम, इर्नाकुलम, मलप्पुरम, वयनाटु और कासरगोड संयुक्त मोर्चे के साथ हैं । कुल छह नगर निगमों में कोल्लम और कोषिक्कोट में वाम मोर्चे को स्पष्ट बहुमत प्राप्त है लेकिन तृश्शूर और राजधानी नगर तिरुवनन्तपुरम में आगे हैं लेकिन बहुमत नहीं । नवगठित कण्णूर नगर निगम में दोनों मोर्चाओं को 27-27 सीटें प्राप्त हैं । कांग्रेस के बागी उम्मीदवार के समर्थन से कोई भी मोर्चा सत्ता में आ सकता है । कोच्ची नगर निगम में संयुक्त मोर्चे को स्पष्ट बहुमत है ।
152 खंड पंचायतों में 90 वाम मोर्चे के साथ, 61 संयुक्त मोर्चे के साथ और एक में अन्य है । 87 नगर पालिकाओं में 45 वाम मोर्चे के साथ 40 संयुक्त मोर्चे के साथ, एक बी. जे. पी. के साथ और एक अन्य है । 941 ग्राम पंचायतों में 551 वाम मोर्चे के साथ 362 संयुक्त मोर्चे के साथ 14 बी.जे.पी. के साथ और 14 अन्य के साथ हैं ।
बी. जे. पी. और एस. एन. डी. पी. के समत्व मोर्चे के समर्थन से बी. जे. पी. को फायदा हुआ है । लेकिन एस. एन. डी. पी. के उम्मीदवारों को कोई खास फायदा नहीं हुआ । बी. जे. पी. पालक्काट नगर पालिका में सबसे आगे आ गयी है और मावेलिक्करा, कोटुंगल्लूर, तृप्पूणित्तुरा, कासरगोड, तानूर और परप्पनंगाडी में वह मुख्य विपक्ष का स्थान ग्रहण कर पायी है । गत चुनाव में दो पंचायतों की जगह से उसने 2015 के चुनाव में 14 पंचायतों में सत्ता में आ गयी है। गत चुनाव में 374 की जगह अब की बार बी.जे.पी. ने लगभग नौ सौ पंचायत वार्डों में जीत हासिल की है । बी.जे.पी ने नगर निगमों में 2010 में नौ जगहों के स्थान अब की बार 51 जगहें जीत ली है । नगर पालिकाओं में यह 79 और 236, जिला पंचायतों में एक और तीन, खंड पंचायतों में सात और इक्कीस तथा ग्राम पंचायतों में यह 374 और 897 हैं। स्थानीय निकायों के चुने हुए प्रतिनिधियों का शपथग्रहण 12 नवंबर को होगा तथा महापौरों तथा अध्यक्षों का चयन 18 को होगा ।
केरल में अब ऐसा प्रतीत होता है कि बी.जे.पी के लिए ज़मीन तैयार हो रही है । 2016 में होनेवाले विधान-सभा चुनाव में अपना खाता खोल कर दिखा देना ही केरल में बी.जे.पी के लिए सबसे बड़ी चुनौती प्रतीत होती है ।
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