सम्मान/पुरस्कार

बाल साहित्य पुरस्कार : डॉ.सी.पी.अरविन्दाक्षन और अन्य पुरस्कृत

फोटो में बायें से के.के.वासु, रोस मेरी, उण्णी अम्मयंबलम, सी.पी.अरविन्दाक्षन, चेरावल्ली शशी

 

 

वर्ष 2014 के केरल राज्य बाल साहित्य पुरस्कारों की घोषणा be404023-1b83-46af-8d03-5f8653e240e8 (1)कर दी गयी है । कहानी/उपन्यास विधाओं और विज्ञान विभाग में उण्णी अम्मयम्बलम पुरस्कार के लिए चुना गया ।  क्रमश: माजिक स्कूल बस और 'नम्मुटे कायलुकल' शीर्षक पुस्तकों को पुरस्कार के लिए चुना गया है ।  अनुवाद/पुनर्लेखन विभाग में 'लोकोत्तर नाटोटिकथकल' शीर्षक पुस्तक के लिए रोस मेरी को तथा जीवनी/ आत्मकथा विधाओं में 'पी.भास्करन' शीर्षक पुस्तक के लिए डॉ.चेरावल्ली शशी पुरस्कृत हुए । कविता के लिए 'कुट्टिकलुटे गुरुदेवन' की रचना के लिए श्रीमान नारायण, नाटक के लिए 'बोम्मना हल्लियिले किन्नरयोगी' की रचना के लिए चन्द्रदासन, विज्ञान विभाग में 'बुद्धिपरीक्षा'  की रचना के लिए के.के वासु और 'मधुरं अति मधुरं' की रचना के लिए डॉ.सी.पी.अरविन्दाक्षन तथा अन्य विभागों में सुवर्णा , सचीन्द्रन कारडुक्का, प्रियरंजन आदि भी पुरस्कृत हुए  हैं ।  पुरस्कार में 10000 रुरये की राशि, शिल्प और कीर्तिफलक शामिल हैं, जो फरवरी 25 को तिरुवनंतपुरम में वितरित किये जाएंगे ।

पुरस्कृत कृतिकारों को बधइयां । 

                                                    -सं।

                                                 19-02-2016

 

 

WWW.KERALANCHAL.COM

banner
KERALANCHALFONT

केरलाञ्चल

नया कदम , नई पहल ; एक लघु, विनम्र  प्रयास।

 

kera1
mapfin
keralaMAL

हिन्दी भाषा तथा साहित्य केलिए समर्पित एक संपूर्ण हिन्दी वेब पत्रिका

07/03/16 00:24:15 

 

Last updated on

सहसंपादक की कलम से

 

Rotating_globe

संपादकीय

 

'केरलाञ्चल' एक बिलकुल ही नई वेब पत्रिका है ।  हिन्दी के प्रचार प्रसार और प्रयोग के क्षेत्र में बिलकुल ही नयी पत्रिका ।  हिन्दी के प्रचार, प्रसार और प्रयोग के क्षेत्र में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के तहत अखिल भारतीय हिन्दी संस्था संघ, दिल्ली के अधीन ही कई स्वैच्छिक हिन्दी संस्थाएं कार्यरत हैं ।  भारत सरकार की राजभाषा नीति के कार्यान्वयन के लिए अधिनियम बनाये गये है और उसके तहत देश भर में कर्मचारियों और साधारण नागरिकों में भी कार्यसाधक ज्ञान या हिन्दी के प्रति रुचि पैदा करने या बढाने के उद्देश्य से विविध कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं । हर साल सितंबर  महीने में चौदह तारीख को देश-भर की हिन्दी संस्थओं,  केंद्र सरकारी आगे पढ़ें

 

सूचना प्रौद्योगिकी के इस नये युग में हमारी ओर से एक लघु विनम्र प्रयास 'केरलाञ्चल' नाम से एक वेब पत्रिका के रूप में यहाँ प्रस्तुत है।  आज इंटरनेट के माध्यम से कंप्यूटर में ही नहीं मोबईल फोनों में भी दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर अपनी जान-पहचान की भाषा में खबरें पढ़ सकते हैं।  प्रादुर्भाव के समय वेब पत्रकारिता (सायबर जर्नलिज़म) कुछ अंग्रेज़ी साइटों तक सीमित रहा। लेकिन पिछले पच्चीस-तीस वर्षों के अन्तराल में निकले हिन्दी वेबसाइटों की भरमार देखकर इस क्षेत्र में हुए विकास और लोकप्रियता हम समझ सकते हैं। हिन्दी यूनिकोड का विकास हिन्दी वेब पत्रकारिता का मील पत्थर आगे पढ़ें

Free Global Counter