के.जनार्द्दनन पिल्लै पुरस्कार प्रो. वी.रामदास को प्रदान किया गया।

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केरल गांधी स्मारक निधि के संस्थापक सचिव एवं पूर्व अध्यक्ष के.जनार्द्दनन पिल्लै के चौदहवें अनुस्मरण सम्मेलन का गांधी स्मारक निधि के राष्ट्रीय अध्यक्ष पी.गोपिनाथन नायर ने उद्घाटन किया ।

 श्रेष्ठ गांधीवादी समाजिक कार्यकर्ता को दिया जानेवाला 'जनार्द्दनन पिल्लै पुरस्कार' वरिष्ठ सर्वोदय कार्यकर्ता प्रो.वी. रामदास को पूर्व संसद पी. विश्वंभरन  ने प्रदान किया । पुरस्कार में 10001 रुपये की राशि, महात्मा गांधी का रेखा चित्र आलेखित किया गया फलक और कीर्तिपत्र शामिल है । प्रो. रामदास, महात्मा गांधी कॉलेज तिरुवनंतपुरम में अर्थशास्त्र विभाग के पूर्व प्रोफसर हैं ।

 बाँगलूर के भारत विकास प्रतिष्ठान के निदेशक ई.पी मेनन ने अनुस्मरण भाषण किया ।  उन्होंने कहा कि अहिंसात्मक समाज का सपना देखकर महात्मा गांधी ने जिस ग्राम पुनर्निर्माण के कार्यों को शुरू किया था, उनके माध्यम से केरल के भीतरी इलाकों में एक निश्ब्द क्रान्ति का श्रीगणेश करनेवाले सर्वोदय कार्यकर्ताओं में के.जनार्द्दनन पिल्लै का प्रथम स्थान है । समारोह में गांधी स्मारक निधि के अध्यक्ष डॉ.एन.राधाकृष्णन ने अध्यक्षता की । के.जनार्द्दनन पिल्लै की प्रारंभकालीन सहयोगी कार्यकर्ता टी.तंकम्मा को गांधीस्मारक निधि के संरक्षक पी.विश्वंभरन ने सम्मानित किया । हाल ही में पद्मश्री से सम्मानित पी.गोपिनाथन नायर और केरल सरकार के सर्वश्रेष्ठ साहित्य पुरस्कार एष़ुत्तच्छन पुरस्कार से सम्मानित डॉ.पुतुश्शेरी रामचन्द्रन को डॉ.एन. राधाकृष्णन ने सम्मानित किया ।

 गांधी स्मारक निधि की उपाध्यक्ष डॉ.डी.माया, सचिव अजित वेण्णियूर, कोषाध्यक्ष राघवन नायर और के.पी जगदीशन ने भी वक्तव्य दिये । रुक्मिणी रामकृष्णन और उनके दल द्वारा प्रस्तुत गानांजलि भी आकर्षक रही ।

-केरलाञ्चल ब्यूरो  

 

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