गोइन्का पुरस्कार एवं सम्मान समारोह सम्पन्न

हिन्दी के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.एन.चन्द्रशेखरन नायर, प्रतिष्ठित मलयालम फिल्मी कलाकार मधु एवं मलयालम-हिन्दी अनुवादक डॉ.प्रभाकरन हेब्बार इल्लत सम्मानित ।

तिरुवनंतपुरम/केरल goinka-award-001

 कमला गोइन्का फाउण्डेशन एवं हिन्दी विद्यापीठ (केरल) के संयुक्त-तत्वाधान में 5 दिसंबर 2015 को तिरुवनंतपुरम में अयोजित एक समारोह में वरिष्ठ हिन्दीतर भाषा-भाषी साहित्यकारों के सम्मानार्थ घोषित " बालकृष्ण गोइन्का हिन्दी साहित्य सम्मान" से तिरुवनंतपुरम (केरल ) के वरिष्ठ हिन्दी साहित्यकार डॉ.एन.चन्द्रशेखरन नायर को विभूषित किया गया एवं केरल के सिरमौर फिल्म अभिनेता, हिन्दी-प्रेमी पद्मश्री मधु (माधवन नायर) को भी "दक्षिण ध्वजधारी सम्मान" से नवाजा गया । 

 हिन्दीतर भाषा-भाषी द्वारा अनूदित हिन्दी साहित्य के लिए इकतीस हज़ार रुपये का "बालकृष्ण गोइन्का अनूदित साहित्य पुरस्कार" इस वर्ष कन्नूर (केरल) निवासी डॉ.प्रभाकर हेब्बार इल्लत को स्वनामधन्य मलयालम लेखिका सुधीरा के प्रख्यात उपन्यास 'गंगा' के अनुसृजन के लिए प्रदान किया गया।

 कमला गोइन्का फाउणडेशन  के प्रबंध न्यासी श्री श्यामसुन्दर गोइन्का ने पुरस्कृत साहित्यकारों को हिन्दी साहित्य के योगदान के लिए सराहा व संस्था का परिचय दिया ।  डॉ.चन्द्रशेखरन नायर जी, डॉ.मधु तथा डॉ.प्रभाकरन ने अपने सम्मान का अभार व्यक्त करते हुए कमला गोइन्का फाउण्डेशन को धन्यवाद दिया । 

 समारोह के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ.वेल्लायणि अर्जुनन ने कमला गोइन्का फाउण्डेशन द्वारा हिन्दी साहित्य के प्रति किये जा रहे कार्यों की भरपूर सराहना की ।  कार्यक्रम का संचालन सुश्री रंजीतारानी ने किया ।  हिन्दी विद्यापीठ के सचिव डॉ.वी.वी.विश्वम ने आभार प्रकट किया । 

 समारोह कमला गोइन्का फाउण्डेशन एवं हिन्दी विद्यापीठ (केरल) के संयुक्त-तत्वाधान में तिरुवनंतपरम प्रेस क्लब के सभागृह में आयोजित किया गया ।  इस अवसर पर केरल पुरस्कार संयोजक समिति के सदस्य डॉ.आर.सुरेन्द्रन 'आरसू' , डॉ.एम.एस विनयचन्द्रन, प्रो.डॉ.एस.तंकमणि अम्मा, डॉ.सी.जे प्रसन्नकुमारी एवं डॉ. आर.आइ शांति सहित अनेक हिन्दी साहित्य रसिक उपस्थित थे । 

                    

WWW.KERALANCHAL.COM

banner
KERALANCHALFONT

केरलाञ्चल

नया कदम , नई पहल ; एक लघु, विनम्र  प्रयास।

 

kera1
mapfin
keralaMAL

हिन्दी भाषा तथा साहित्य केलिए समर्पित एक संपूर्ण हिन्दी वेब पत्रिका

07/03/16 00:24:14 

 

Last updated on

सहसंपादक की कलम से

 

Rotating_globe

संपादकीय

 

'केरलाञ्चल' एक बिलकुल ही नई वेब पत्रिका है ।  हिन्दी के प्रचार प्रसार और प्रयोग के क्षेत्र में बिलकुल ही नयी पत्रिका ।  हिन्दी के प्रचार, प्रसार और प्रयोग के क्षेत्र में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के तहत अखिल भारतीय हिन्दी संस्था संघ, दिल्ली के अधीन ही कई स्वैच्छिक हिन्दी संस्थाएं कार्यरत हैं ।  भारत सरकार की राजभाषा नीति के कार्यान्वयन के लिए अधिनियम बनाये गये है और उसके तहत देश भर में कर्मचारियों और साधारण नागरिकों में भी कार्यसाधक ज्ञान या हिन्दी के प्रति रुचि पैदा करने या बढाने के उद्देश्य से विविध कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं । हर साल सितंबर  महीने में चौदह तारीख को देश-भर की हिन्दी संस्थओं,  केंद्र सरकारी आगे पढ़ें

 

सूचना प्रौद्योगिकी के इस नये युग में हमारी ओर से एक लघु विनम्र प्रयास 'केरलाञ्चल' नाम से एक वेब पत्रिका के रूप में यहाँ प्रस्तुत है।  आज इंटरनेट के माध्यम से कंप्यूटर में ही नहीं मोबईल फोनों में भी दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर अपनी जान-पहचान की भाषा में खबरें पढ़ सकते हैं।  प्रादुर्भाव के समय वेब पत्रकारिता (सायबर जर्नलिज़म) कुछ अंग्रेज़ी साइटों तक सीमित रहा। लेकिन पिछले पच्चीस-तीस वर्षों के अन्तराल में निकले हिन्दी वेबसाइटों की भरमार देखकर इस क्षेत्र में हुए विकास और लोकप्रियता हम समझ सकते हैं। हिन्दी यूनिकोड का विकास हिन्दी वेब पत्रकारिता का मील पत्थर आगे पढ़ें

Free Global Counter