डॉ.सी.जे.प्रसन्नकुमारी 'साहित्य गरिमा' पुरस्कार से सम्मानित

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11 और 12 दिसंबर 2015 को पंडित नरेन्द्र भवन, राज मोहल्ला , काचीगुड़ा क्रॉस रोड़, हैदराबाद में साहित्य गरिमा पुरस्कार समिति एवं ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के हैदराबाद के चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक समारोह में सातवॉ 'साहित्य गरिमा पुरस्कार 2014' कथेतर गद्य विभाग में तिरुवनंतपुरम निवासी डॉ.सी.जे.प्रसन्नकुमारी को दिया गया । यह पुरस्कार मुख्यत: दक्षिण भारत में हिन्दी में सृजनात्मक लेखन के लिए चयनित महिला को दिया जाता है । इस वर्ष यह पुरस्कार तिरुवनंतपुरमवासी लेखिका डॉ.सी.जे.प्रसन्नकुमारी को कथेतर विधा वर्ग के अन्तर्गत उनके यात्रावृत्त 'भारतीय अभियन्ताओं का स्वप्नलोक' के लिए दिया गया ।डॉ.प्रसन्नकुमारी तिरुवनंतपुरम शासकीय महिला महाविद्यालय के हिन्दी विभाग की पूर्व अध्यक्ष एवं अन्य कई ग्रन्थों की लेखिका भी है ।  मुख्य अतिथि श्री.मुनीन्द्र जी आई.एफ.एस , प्रिन्सिप्पल चीफ केसर्वेटर ऑफ फारस्ट , हैदराबाद ने आपको यह पुरस्कार प्रदान किया । इस अवसर पवित्रा अग्रवाल कृत 'आंगन से राजपथ' लघु कथा संग्रह का लोकार्पण भी किया गया । डॉ.ऋषभ देव शर्मा ने लेखिका को मान पत्र समर्पित किया । डॉ.शिवशंकर अगस्थी, डॉ.अहिल्या मिश्र, मानवेन्द्र मिश्र आदि भी इस अवसर पर उपस्थित थे। 

 

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हिन्दी भाषा तथा साहित्य केलिए समर्पित एक संपूर्ण हिन्दी वेब पत्रिका

07/03/16 00:24:14 

 

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संपादकीय

 

'केरलाञ्चल' एक बिलकुल ही नई वेब पत्रिका है ।  हिन्दी के प्रचार प्रसार और प्रयोग के क्षेत्र में बिलकुल ही नयी पत्रिका ।  हिन्दी के प्रचार, प्रसार और प्रयोग के क्षेत्र में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के तहत अखिल भारतीय हिन्दी संस्था संघ, दिल्ली के अधीन ही कई स्वैच्छिक हिन्दी संस्थाएं कार्यरत हैं ।  भारत सरकार की राजभाषा नीति के कार्यान्वयन के लिए अधिनियम बनाये गये है और उसके तहत देश भर में कर्मचारियों और साधारण नागरिकों में भी कार्यसाधक ज्ञान या हिन्दी के प्रति रुचि पैदा करने या बढाने के उद्देश्य से विविध कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं । हर साल सितंबर  महीने में चौदह तारीख को देश-भर की हिन्दी संस्थओं,  केंद्र सरकारी आगे पढ़ें

 

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