अभिनेत्री कल्पना
 (1965-2016)

    kalpana
     मलयालम, तमिल, तेलुगु भाषा चित्रों की अभिनेत्री कल्पना को 25 जनवरी को हैदराबाद में होटल के कमरे में मृत पाया गया । डॉक्टरों ने कहा कि दिल का दौरा पड़ने से उनकी अचानक मृत्यु हुई ।  कल्पना 51 साल की थी । नाट्य कलाकर चवरा वी.पी. नायर और विजयलक्ष्मी की पुत्री है ।  हैदराबाद में तेलुगु और तमिल में एक साथ निर्मित 'ऊपुरी' और 'तोळा' फिल्मों में अभिनय के लिए हैदराबाद गयी थी । मरते वक्त परिचारिका कलावति साथ थी ।

    श्रीमती कल्पना ने 170 से ज्यादा हास्य पात्रों की अदाकारी की है, और कुल लगभग 300 फिल्मों में अभिनय किया है । उन्हें श्रेष्ठ सह अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ ।


    1977 में 'विटरुन्ना मोट्टुकल' (खिलती कलियां) और 'दिग्विजय' में बाल अभिनेत्री की भूमिका निभाकर फिल्मी जगत में उनका पदार्पण हुआ । रश्मी (मञ्ञु), यू डी सी कुमारी (डॉक्टर पशुपति), क्लारा (सी आई डी उण्णिकृष्णन), दाक्षायणी (इन्स्पेक्टर बलराम), शकुंतला (गान्धर्वम), इन्स्पेक्टर साराम्मा (इष्ट्टं), मेरी (इंडियन रुप्पी), पंकजं (स्पिरिट), राजी (पकल नक्षत्रम्), रसिया (तनिच्चल्ला ञान), अनार्कली (पञ्चवटिप्पालं) आदि उनके कतिपय अविस्मरणीय पात्र एवं फिल्में है ।


    फिल्मी अभिनेत्रियां कलारंजिनी और उर्वशी बहनें हैं । पुत्री श्रीमयी । एर्नाकुलम जिले में तृप्पूणित्तुरा में एक फ्लैट में पुत्री श्रीमयी के साथ रहती थी । 


    'केरलाञ्चल' श्रीमती कल्पना को श्रद्धांजलियां अर्पित करती हैं ।

    पूर्व विधान सभाध्यक्ष ए.सी. जोस
    (1937-2016)
    पूर्व विधायक, सांसद एवं विधान सभाध्यक्ष ए.सी. जोस का दिल का दौरा पड़ने से 23 जनवरी को कोच्ची में देहांत हुआ । वे 79 साल के थे । परवूर से दो बार विधानक चुने गये थे । संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में तीन बार भारत के प्रतिनिधि रहे हैं । के एस यू के संस्थापक महासचिव थे और श्रमिक संगठनों की गतिविधियों में भी सक्रिय थे । वे काफी समय से कोंग्रेस का मुख पत्र 'वीक्षणम' के प्रबंध निदेशक और मुख्य संपादक के पदों पर काम कर रहे थे ।
    इटप्पल्ली के अम्पाट चाक्को के पुत्र जोस का जन्म 1937 में हुआ था ।  महाराजास कॉलेज से अवकाश प्राप्त प्रो. लीलाम्मा पत्नी हैं । दिवंगत पूर्व केन्द्र मंत्री ए.सी. जोर्ज बड़े भाई हैं ।
    'केरलांञ्चल' आप को श्रद्धांजलियां अर्पित करती है ।


     

 

 

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'केरलाञ्चल' एक बिलकुल ही नई वेब पत्रिका है ।  हिन्दी के प्रचार प्रसार और प्रयोग के क्षेत्र में बिलकुल ही नयी पत्रिका ।  हिन्दी के प्रचार, प्रसार और प्रयोग के क्षेत्र में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के तहत अखिल भारतीय हिन्दी संस्था संघ, दिल्ली के अधीन ही कई स्वैच्छिक हिन्दी संस्थाएं कार्यरत हैं ।  भारत सरकार की राजभाषा नीति के कार्यान्वयन के लिए अधिनियम बनाये गये है और उसके तहत देश भर में कर्मचारियों और साधारण नागरिकों में भी कार्यसाधक ज्ञान या हिन्दी के प्रति रुचि पैदा करने या बढाने के उद्देश्य से विविध कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं । हर साल सितंबर  महीने में चौदह तारीख को देश-भर की हिन्दी संस्थओं,  केंद्र सरकारी आगे पढ़ें

 

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