सुभाष चंद्रन को वयलार पुरस्कार
वर्ष का वयलार रामवर्मा साहित्य पुरस्कार सुभाष चंद्रन के "मनुष्यनु ओरु आमुखम्" (इन्सान को एक भूमिका) नामक उपन्यास को दिया गया । मातृभूमि कोष़िक्कोड शाखा के मुख्य सहसंपादक है सुभाष चंद्रन । इनका पहला उपन्यास है "मनुष्यनु ओरु आमुखम"। मातृभूमि साप्ताहिक में यह उपन्यास धारावाहिक के रूप में आया था। एक लाख रुपये की राशि और कानायी कुंजिरामन से कांसे में बनायी गयी मूर्ति और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएगा । केरल और केंद्र साहित्य अकादमी पुरस्कारों तथा ओडक्कुष़ल पुरस्कार, भाषा संस्थान के बषीर पुरस्कार, कोविलन पुरस्कार,फोकाना पुरस्कार आदि इस उपन्यास को प्राप्त हो चुके हैं।
वयलार रामवर्मा मेम्मोरियम डेस्क के उनचालीसवीं पुरस्कार है यह । निर्णायक समिति को अध्यक्ष प्रो.एम.के.सानु ने कहा कि सरकार की सहायता से पुरस्कार की राशि पच्चीस हज़ार से एक लाख कर दी गयी है।
प्रसन्ना.वी.
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07/03/16 00:24:23
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